Verse Display - श्रीमद्भगवद्गीता
श्लोक

शक्नोतीहैव यः सोढुं प्राक्शरीरविमोक्षणात् । कामक्रोधोद्भवं वेगं स युक्तः स सुखी नरः ॥२३ ॥

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