Verse Display - श्रीमद्भगवद्गीता
श्लोक

शुभाशुभफलैरेवं मोक्ष्यसे कर्मबन्धनैः । संन्यासयोगयुक्तात्मा विमुक्तो मामुपैष्यसि ॥२८ ॥

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