Verse Display - श्रीमद्भगवद्गीता
श्लोक

आसुरीं योनिमापन्ना मूढा जन्मनि जन्मनि । मामप्राप्यैव कौन्तेय ततो यान्त्यधमां गतिम् ॥२० ॥

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